बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

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धामपुर में उत्तर प्रदेश पावर कार्पोेशन संविदा कर्मचारी संघ के सदस्यों ने विद्युत वितरण खण्ड पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। संविदा कर्मचारियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा बिजली विभाग की नीतियों का उल्लंघन कर नियमित प्रकार के कार्यों को ठेकेदारों या संविदाकारों के माध्यम से कर्मचारियों की तैनाती कर कराया जा रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि बिजली विभाग के प्रबंधन और ठेकेदारों के बीच लेबर कार्य का अनुबंध किया जाता है जबकि उनसे कार्य हाईवोल्टेज लाईनों, स्विच गियरों तथा ब्रेकरों पर लिया जाता है जो घातक प्रकृति का होता है साथ ही इन कर्मचारियों से तकनीकि कार्य भी कराये जाते हैं जिसके बदले ठेकेदारों द्वारा वेतन के रूप में 6000 रू. प्रतिमाह से 9700 रू. प्रतिमाह तक दिया जाता है जिसमें इन कर्मचारियों को अपने परिवार के भरण पोषण और बच्चों की शिक्षा दीक्षा में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कर्मचारियों ने वेतन बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगे पूरी नही हुई तो उनका प्रदर्शन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा।
वहीं दूसरी और नगीना में भी उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन संविदा कर्मचारी संघ के सदस्यों ने भी विद्युत केन्द्र पर धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य करने वाले कर्मचारियों की न्यूनतम मजदूरी 18000 रू. निर्धारित की जाये और प्रदेश सरकार द्वारा समय≤ पर दिये जाने वाले लाभ भी कर्मचारियों को दिये जायेंग। कर्मचारियांे की यह भी मांग है कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के परिजनों को दुर्घटना का हितलाभ 10 लाख रूपये की अनुग्रह धनराशि दिया जाये तथा परिवार के एक सदस्य को विभाग की सेवा में लिया जाये।
कर्मचारियों का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नही की गई तो उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

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